करतला पंचायत पर अधिकारियों का वरदहस्त
मिलीभगत कर मामलों को दबाकर बैठे
संज्ञान में आने के बाद भी नहीं कर रहे कार्यवाही
करतला(आधार स्तंभ) : करतला पंचायत में डी एम एफ मद के कई निर्माण कार्यों का पैसा डकार कर बैठे सरपंच व सचिव। अधिकारियों के संज्ञान में सभी घोटाले। अधिकारियों की भी मिली भगत की आशंका।
पूरा मामला कोरबा जिले के करतला पंचायत का है जहाँ पर सरपंच व सचिव द्वारा कई सारे निर्माण कार्यों के नाम पर जिला खनिज न्यास मद के पैसों का बंदरबांट कर लिया गया है और निर्माण कार्य प्रारंभ तक नहीं कराया गया है। करतला पंचायत के सारे मामले जिम्मेदार अधिकारियों के संज्ञान में होने के बाद भी किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं किया जा रहा है। इससे प्रतीत होता है कि इन मामलों में अधिकारियों की भी मिली भगत है। आखिर क्यों अधिकारी करतला पंचायत पर इतने मेहरबान हैं। इन मामलों पर उच्च अधिकारियों को संज्ञान लेने की आवश्यकता है।
आर सी सी नाली निर्माण का लगभग साढ़े सात लाख निकाल कर डकार गए सरपंच/सचिव
करतला के बस स्टैंड से शमशान घाट तक आर सी सी नाली निर्माण हेतु जिला खनिज न्यास मद से 2021 – 22 में 18.88 लाख स्वीकृत हुआ था। जिसमें से प्रथम क़िस्त की राशि 755200 (सात लाख पचपन हजार दो सौ रुपये) दिनांक 27/11/2021 को चेक के माध्यम से अग्रिम निकाल लिया गया था। लेकिन आज पर्यंत तक न तो वहाँ कोई सामग्री गिराई गई है और न ही किसी प्रकार का कोई निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है।
दो जगह की पुलिया निर्माण की भी राशि गबन कर बैठी है पंचायत
करतला पंचायत के सरपंच/सचिव द्वारा और भी कई कार्यों में शासन की राशि का गबन कर लिया गया है। सत्र 2020 – 21 में जिला खनिज न्यास मद से दो स्थानों पर पुलिया निर्माण हेतु दस दस लाख रुपये स्वीकृत हुआ था जिसमें भी दोनों निर्माण कार्यों का चार चार लाख रुपये अग्रिम राशि निकाल कर करतला सरपंच व सचिव द्वारा गबन कर लिया गया है।
करतला पंचायत के पातालपाली मार्ग में सुख सिंह के खेत के पास पुलिया निर्माण किया जाना था और मयाराम के खेत से बांसाखर्रा मार्ग पर भी पुलिया निर्माण होना था। उक्त दोनों निर्माण कार्यों में भी सत्र 2020 में पैसा निकालने के बाद भी कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है।
सभी मामलों में धारा 92 की कार्यवाही का पत्र जारी किन्तु कार्यवाही शून्य
उपरोक्त सभी प्रकरणों में धारा 92 की कार्यवाही के लिए संबंधित विभाग को पत्र जारी किया जा चुका है किंतु आज पर्यन्त तक किसी भी प्रकार की रिकवरी की कार्यवाही नहीं की गई है। आखिर जिला खनिज न्यास मद के पैसों का दुरुपयोग करने पर भी कार्यवाही नहीं किया जाना समझ से परे है।
अधिकारियों की भूमिका संदेहास्पद
उक्त तीनों प्रकरणों में कुल स्वीकृत राशि 38.88 लाख (अड़तीस लाख अठासी हजार) में से अग्रिम राशि 1555200 (पंद्रह लाख पचपन हजार दो सौ रुपये) करतला सरपंच व सचिव द्वारा डकार लिया गया और अधिकारियों के संज्ञान में सारी बातें होने के बाद भी कार्यवाही नहीं किया जाना कई सन्देहों को जन्म देता है। कहीं ऐसा तो नहीं कि इन मामलों में अधिकारियों की भी मिली भगत हो क्योंकि जिस तरह से करतला पंचायत को अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है उससे प्रतीत होता है कि अधिकारियों को भी उनका हिस्सा पहुँचाया जा चुका है।