रायपुर (आधार स्तंभ) : छत्तीसगढ़ की राजधानी में पुलिस ने गांजा तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। 28 सितंबर को तेलीबांधा क्षेत्र के जोरा ओव्हरब्रीज के पास नाकेबंदी कर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और तेलीबांधा पुलिस की संयुक्त टीम ने तीन तस्करों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से 63 किलोग्राम गांजा और एक चारपहिया वाहन बरामद किया गया, जिसकी कुल कीमत लगभग 15,50,000 रुपये आंकी गई है।
तस्करी का खुलासा
पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग ओडिशा से गांजा तस्करी कर रहे हैं। सूचना के आधार पर तेलीबांधा पुलिस और नारकोटिक्स सेल ने इलाके में घेराबंदी की। पहले आरोपी कमलेश तेलाशी को गिरफ्तार किया गया, जो गांजा बेचने की फिराक में था। उससे पूछताछ के बाद, पुलिस ने जोरा ओव्हरब्रीज के पास नाकेबंदी की और एक चारपहिया वाहन से अजय उईके और प्रमोद सिंह राजपूत को गिरफ्तार किया। तीनों आरोपियों ने ओडिशा से गांजा लाने की बात स्वीकार की।
अधिकारी की भूमिका और कार्रवाई
इस कार्रवाई में एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और तेलीबांधा पुलिस के निरीक्षक विनय बघेल और परेश कुमार पांडेय के नेतृत्व में टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई। गिरफ्तार आरोपी कमलेश तेलाशी, उम्र 24, निवासी देवार बस्ती, रायपुर,अजय कुमार उईके, उम्र 40, निवासी गंज पारा, महासमुंद,प्रमोद सिंह राजपूत, उम्र 25, निवासी गंज पारा, महासमुंद पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ नारकोटिक एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और मामले की आगे जांच कर रही है।
इस कार्रवाई को रायपुर एसएसपी डॉ. संतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में चलाए जा रहे ‘निजात अभियान’ के तहत अंजाम दिया गया, जिसका उद्देश्य राज्य में नशा और अवैध मादक पदार्थों की तस्करी को रोकना है। पुलिस द्वारा मामले की जांच जारी है और बैकएंड और फॉरवर्ड लिंकेज की भी पहचान की जा रही है।