बिलासपुर (आधार स्तंभ) : सरकंडा टीआई द्वारा तहसीलदार से मारपीट का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि शनिवार को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में पुलिस की एक और दादागिरी सामने आ गई।
निजी सचिव को प्रवेश से रोका
इस बार केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू के निजी सचिव नितेश साहू को कार्यक्रम स्थल में प्रवेश से रोक दिया गया।दस्तावेज़ दिखाने और अपना परिचय देने के बावजूद पुलिस ने न केवल उन्हें प्रवेश से रोका, बल्कि धक्का-मुक्की कर उनका अपमान भी किया।घटना तब और गंभीर हो गई जब सीएसपी ने नितेश साहू का कालर पकड़ने का प्रयास किया।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया कड़ा विरोध
अपनी बात समझाने की कोशिश के बावजूद पुलिस के रवैये ने विवाद को और बढ़ा दिया। इस अभद्र व्यवहार पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने कड़ा विरोध जताते हुए पुलिस पर जानबूझकर अपमान करने का आरोप लगाया।
मामला आइजी के संज्ञान में पहुंचा
इधर शहर में हाल ही में बढ़ी पुलिस की मनमानी और दादागिरी को लेकर जनता में भी आक्रोश है। आम नागरिकों का कहना है कि पुलिस का यह रौब लोकतंत्र और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। लगातार हो रही ऐसी घटनाएं प्रशासन की छवि पर गहरा धक्का पहुंचा रही हैं। खबर है कि यह मामला आइजी के संज्ञान में पहुंच चुका है। रविवार को स्थिति स्पष्ट होगी।
साहब रात में निकलने से डर लगता है
प्रभारी तहसीलदार पुष्पराज मिश्रा, उनके इंजीनियर भाई पुष्पेंद्र मिश्रा व पिता का कहना है साहब रात में निकलने से डर लगता है कि कहीं पुलिस वाले पकड़कर गाली गलौज व मारपीट न करने लगे। पीड़ितों ने मंगलवार को कनिष्ठ प्रसाशनिक सेवा संघ के पदाधिकारियों के साथ कलेक्टर अवनीश शरण से मुलाकात कर दोषी पुलिस कर्मियों व थाना प्रभारी पर कार्रवाई की मांग की है।