कोरबा(आधार स्तंभ) : साऊथ ईस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) के तीनों मेगा प्रोजेक्ट गेवरा, दीपका और कुसमुंडा जमीन संकट से जूझ रहे हैं। इन खदानों का उत्पादन लक्ष्य बढ़ाया गया है, लेकिन जमीन की कमी के कारण लक्ष्य हासिल करना मुश्किल हो रहा है।
चालू वित्तीय वर्ष में एसईसीएल को 2060 लाख टन कोयला उत्पादन करना है। गेवरा से 660, कुसमुंडा से 600 और दीपका खदान से 450 लाख टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य है। लेकिन जमीन संकट और आंदोलन के कारण उत्पादन प्रभावित हो रहा है।
कोल इंडिया के वरिष्ठ अधिकारी भी चिंतित हैं। कोल सचिव ने हाल ही में राज्य सरकार के साथ बैठक की और जमीन खाली कराने की कवायद शुरू की गई है। एसईसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने खदानों का दौरा किया और अधिकारी-कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया।
गेवरा खदान के लिए मलगांव, अमगांव और सुआभोड़ी गांव की जमीन का अधिग्रहण वर्ष 1999 में किया गया था, लेकिन अब भूमि की आवश्यकता होने के बावजूद अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। इससे खदान का उत्पादन प्रभावित हो रहा है।