जल जीवन मिशन से कटघोरा, पाली, पोंडी-उपरोड़ा के 246 गांवों की जलसंकट का होगा स्थायी हल

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कोरबा  (आधार स्तंभ):  आकांक्षी जिला कोरबा के आकांक्षी ब्लॉक पोंडीउपरोड़ा समेत कटघोरा एवं पाली के कुल 703 गांवों को आगामी वर्ष से जल संकट की बड़ी समस्या से निजात मिल जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट जल जीवन मिशन के मल्टीविलेज स्कीम के तहत 385 करोड़ 90 लाख की आउट विलेज स्कीम का कार्य शीघ्रता से आगे बढ़ रही है । जुलाई 2025 के पूर्व 3 लाख की आबादी को बारहों महीने शुद्ध जल की आपूर्ति करने के लक्ष्य के साथ पीएचई की निगरानी में फर्म ने 30 फीसदी से अधिक कार्य पूर्ण कर लिया है।

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यहाँ बताना होगा की हर घर नल हर घर जल के नारों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशानुरूप केंद्र शासन राज्य शासन के समन्वय से जल जीवन मिशन के तहत नल कनेक्शन के माध्यम से प्रत्येक घरों में जलापूर्ति की कवायद में जुटी है। आकांक्षी जिला कोरबा में भी सभी 412 ग्राम पंचायतों एवं उसके अधीन आने वाले 720 गांवों बसाहटों के लिए केंद्र प्रवर्तित इस योजना के तहत कार्य किया जा रहा है। इनमें से कटघोटा पोंडी उपरोड़ा एवं पाली ब्लॉक के ऐसे गांव जहां जलस्तर काफी नीचे है ,आगामी समय में जलस्तर में और व्यापक गिरावट आने के आसार हैं वहाँ बारहों माह शुद्ध सतत जलापूर्ति करने एतमानगर मल्टीविलेज स्कीम की स्वीकृति प्रदान की गई है। एतमानगर मल्टीविलेज स्कीम में कुल 246 गांव शामिल हैं। इनमें पाली ब्लॉक के 96 गांव , पोंडी ब्लॉक के 65 एवं कटघोरा ब्लॉक के 84 गाँव शामिल हैं। मल्टीविलेज स्कीम में दो चरण इन विलेज ,आउट विलेज कार्य किए जा रहे। प्रथम चरण में इन विलेज वर्क है ,जहाँ लोकल फर्म ग्राम के अंदर योजना के अंतर्गत पानी टँकी स्थापित कर पाइप लाइन बिछाकर घरेलू रेफ़्रोफिटिंग नलजल कनेक्शन का कार्य पूर्ण कर रही हैं ।

वहीं आउट विलेज वर्क में सभी गाँवों की योजनाओं तक जलापूर्ति सुनिश्चित करना है। यूं कहें योजना की सार्थकता व सफलता आउट विलेज वर्क पर ही टिका हुआ है। इन विलेज वर्क का कार्य 80 फीसदी पूर्ण हो चुका है। आउट विलेज वर्क के तहत सभी गांवों की पानी टंकियों तक पानी पहुंचाने का कार्य किया जाना है। राज्य की दूसरी सबसे बड़ी समूह जल प्रदाय योजना के आउट विलेज कार्य की महती जिम्मेदारी विंध्या टेली लिंक्स लिमिटेड नोएडा को आबंटित की गई है। बांगो बांध के जल पर पूरी तरह निर्भर इस योजना के तहत कार्यादेश 27 फरवरी 2024 को जारी किया गया है।

कलेक्टर एवं अध्यक्ष ज़िला जल एवं स्वच्छता समिति के मार्गदर्शन में आउट विलेज का कार्य शीघ्रता से किया जा रहा है
पीएचई के अधिकारियों की मानें तो जून 2025 तक कार्य पूरा करने की मियाद तय की गई है। योजना के अंर्तगत 72 हजार 619 घरों को जलजल कनेक्शन के तहत जलापूर्ति का लक्ष्य रखा गया है। प्रति परिवार औसतन 4 सदस्य भी ले लें तो 2 लाख 90 हजार 476 सदस्य इससे सीधे लाभान्वित होंगे।

 

इस तरह पहुंचेगा पानी

मल्टीविलेज स्कीम के आउट विलेज वर्क की कार्ययोजना को साझा करते हुए लोक स्वास्थ्य के कार्यपालन अभियंता अनिल कुमार बच्चन ने बताया कि योजना के तहत बांगो बांध एतमानगर से पानी ली जाएगी । बांध का पानी 800 मीटर दूर एतमानगर में स्थापित फिल्टर प्लांट में आएगा । जल संग्रह के लिए कुल के 8 एमबीआर(उच्च स्तरीय जलागार) तैयार किए जा रहे। एतमानगर फिल्टर प्लांट से पानी उपचारित होकर रिंगनिया Z MBR में आएगा। यहाँ से 7 अन्य एमबीआर पोटापानी ,छिंदपानी ,रलिया (मुढाली ),काँजीपानी ,सगुना,बांझीबन, कटोरीनगोई , रिंगनिया एमबीआर में पाइप लाइन के माध्यम से जलापूर्ति की जाएगी। यहाँ से सबंधित गांवों को जलापूर्ति की जाएगी। 8 मे से 7 एमबीआर का द्रुत गति से जारी है।

 

775 किलोमीटर की बिछेगी पाइपलाइन ,300 मीटर तक का कार्य पूर्ण ,इस पाइप का हो रहा इस्तेमाल ,गुणवत्ता दीर्घसमयावधि तक रहेगी बरकरार

योजना के तहत कुल 775 किलोमीटर की पाइप लाइन बिछाई जानी है,जिससे सभी एमबीआर को जोड़ा जाएगा। एमबीआर से सबंधित गांवों के पानी टँकी तक जलापूर्ति की जाएगी। ईई श्री बच्चन ने बताया कि फर्म विंध्या टेली लिंक्स लिमिटेड नोएडा तेजी से निर्धारित तकनीकी मापदंडों गुणवत्ता का पालन करते हुए 300 किलोमीटर से अधिक पाइप लाइन बिछा चुकी है। आदित्य बिड़ला ग्रुप की यह नामचीन फर्म प्राथमिकता से यह कार्य तेजी से पूरा कर रही है । खास बात यह है कि इस कार्य मे डीआई पाइप और ओ पीवीसी पाइप का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि दीर्घ समयावधि तक पाइप की गुणवत्ता मजबूती बरकरार रहे।

जानें किस एमबीआर से किन किन गांव को होगी जलापूर्ति 👇

MBR -1 पोटापानी जोन से 43 गांव के हितग्राहियों को जलापूर्ति होगी। इनमें ग्राम नवापारा ,बगधरीडांड,बतरा,भण्डारखोल,
जरमौहा ,खैराबहार,बुडबुड ,चेपा,दमिया, अलगीडांड, तेंदूभांठा,ढूकूपथरा,गणेशपुर, डोंगानाला,कर्रानवापारा ,करतली ,
केराझरिया,खैराडूबान ,सेमरकछार, औराभांठा ,लाफा,मादन ,मुढाली,मुनगाडीह,भादा,लोहरिया ,नगोई ,धनवा,निरधी ,
रोहिनाडीह ,नानपुलाली,बपापुटी,परसदा,पोलमी,पोंडी,पुलालीकला,पुटा,रंगोले, सराईपाली,शिवपुर,सिल्ली एवं राहाडीह शामिल है।यहां 600 (कि.ली.) क्षमता की 28 मीटर एमबीआर तैयार की जा रही है ।

MBR -2 जोन छिंदपानी से 11 गांव के हितग्राहियों को जलापूर्ति होगी। इनमें अंडीकछार ,बम्हनीकोना,सुआभोंडी, छिंदपानी,चोढ़ा,मसूरिहा ,नेवसा,ओझियान ,रामपुर ,रेंकी ,उतरदा शामिल हैं। यहां के 200 (कि.ली. )क्षमता की 25 मीटर एमबीआर तैयार की जा रही है।

MBR -3 जोन रलिया (मुढाली )से 46 गांव के हितग्राहियों को जलापूर्ति होगी। इनमें अखरापाली,भर्राकुड़ा,अमगांव ,नवागांव ,गगंगदेई,पाली,सराईसिंगार,पथर्री ,बाता,बिरदा,छिंदपुर,मुढियानार,दर्री,भाटीकुड़ा, घनाड़बरी ,जपेली,भलपहरी,कनबेरी,
कटसिरा,बरभांठा , हरदीकला,केसला,खैरभवना,पढनिया, मलगांव,मौहाडीह ,मुढाली,कटकीडबरी, सोनपुरी,रलिया रँगबेल,कन्हैयाभांठा,सलोरा(ख)शामिल हैं। यहां 470 (कि.ली.) क्षमता की 25 मीटर एमबीआर तैयार की जा रही है।

MBR -4 जोन काँजीपानी से 34 गांव के हितग्राहियों को जलापूर्ति होगी। इनमें बतारी, बिंझरी, बेलटिकरी, चाकाबुड़ा, फुलझर, कोलिहामुड़ा, बसंतपुर ,झाबर,डोकरी खार ,जलकछार,बनबांधा,जमनीमुड़ा,चैनपुर,बरुहामुड़ा ,रैनपुर,चैतमा,धौरामुड़ा, नवागांव खुर्द,घुईचुंवा ( लाफा ),घुईचुंवा,काँजीपारा,केराकछार,लिटियाकछार,पथनापारा,मानिकपुर , साजाबहरा, पोटापानी, रैनपुर खुर्द,रतिजा,चटुवाभौना,सेंद्रीपाली, सिरकीखुर्द ,तिवरता शामिल हैं। यहां 450 (कि.ली.)क्षमता की 25 मीटर एमबीआर तैयार की जा रही है ।

MBR -5 जोन सगुना से 46 गांव के हितग्राहियों को जलापूर्ति होगी। इनमें घुँचापुर,कापूबहरा,मोहनपुर,अमरपुर, विजयपुर, भेलवाटिकरा,डोंडकी , कुटेलामुड़ा, मदनपुर ,नांनबाँका,पंडरीपानी,बम्हनीखुर्द, नवापारा, सगुना, तड़पखना, बरतराई, भांवर, महोरा, सीपत,कौआताल,सोनपुरी, बिंझरा,धौरामुड़ा,अचानकपुर,कोरबी (सिरली)डोंगरतराई,कुटेशरनगोई , लोदीबहरा ,मलदा ,नगोई बछेरा ,कर्रा, मड़वाढोंढा ,सिंधिया,सुतर्रा,देवरी,कोराई, ढपढप,पौंसरा,बिरकोना,शुक्लाखार,सिंघाली, अभयापुर, कसरेंगा, भेजीनारा, हर्राभांठा एवं ढेलवाडीह शामिल है।यहां 430 (कि.ली.)क्षमता की 28 मीटर एमबीआर तैयार की जा रही है।

MBR -6 जोन बाँझीबन से 31 गांव के हितग्राहियों को जलापूर्ति होगी। इनमें छुरीखुर्द,गंगापुर,धनरास,डुडगा,झोरा,
लोतलोता,आमाखोखरा,बरपाली ,छिरहुट,डिंडोल भांठा, डोड़काधरी हुंकरा,जेंजरा,पुरेनाखार, झाबू, मड़वामौहा, नवागांव (कला),बंछर,बिरवट,जटाँगपुर,घनाकछार ,जमनीमुड़ा ,तेलसरा, बांझीबन, सिरकी कला,दर्राभांठा ,घरीपखना,डंगनिया ,
गडरूमुड़ा,रामपुर (ता) एवं तानाखार शामिल हैं। यहां 230 (कि .ली.) क्षमता की 25 .04 मीटर एमबीआर तैयार की जा रही है ।

MBR -7 जोन कटोरीनगोई से 20 गांव के हितग्राहियों को जलापूर्ति होगी। इनमें अमलडीहा ,अमझर ,डूमरमुड़ा,पंचधार ,
बनखेता,कटोरीनगोई ,कांसामार,बरबसपुर,छेवधरा,जटगा,सिरकी,बरभांठा,केशलपुर,भांवर ,खोडरी,पोंडीगोसाई,अमहवा पुटुवा,रावा एवं तुमान शामिल हैं। यहाँ 180 (कि.ली.)क्षमता की 18 मीटर एमबीआर तैयार की जा रही है।

MBR -8 जोन रिंगनिया से 14 गांव के हितग्राहियों को जलापूर्ति होगी। इनमें एतमानगर,मड़ई ,नवापारा ,बांगो,चर्रा ,गुरसियाँ ,कोनकोना,लेपरा,बाँझीआमा ,दमाऊकुंडा , मानिकपुर,पचरा,रिंगनिया एवं सलिहाभांठा शामिल है। यहाँ सबसे बड़ा
680 (कि.ली.)क्षमता की 30 मीटर एमबीआर तैयार हो रही है।

गुणवत्ता के साथ द्रुत गति से हो रहे हैं कार्य ,बड़ी आबादी को जल संकट से मिलेगी निजात

जल जीवन मिशन के मल्टीविलेज स्कीम के तहत स्वीकृत कार्य प्राथमिकता से गुणवत्ता के साथ किया जा रहा है । जून 2025 तक कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे।योजना के शुरू होने स एक बड़ी आबादी को जल संकट से स्थाई तौर पर निजात मिल जाएगी

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