कोरबा(आधार स्तंभ) : कोरबा जिले के पाली तानाखार के पूर्व विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने कांग्रेस से इस्तीफा देने का पत्र वापस ले लिया है।
उन्होंने कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखकर कांग्रेस के प्राथमिकी सदस्य से इस्तीफा मांगा था लेकिन प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में पीसीसी प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू से चर्चा के बाद मिले आश्वासन के बाद केरकेट्टा ने अपना इस्तीफा पत्र वापस ले लिया है। केरकेट्टा ने कहा है कि कुछ लोग व्यक्तिगत तौर पर उन्हें और पार्टी को बदनाम करने का काम कर रहे हैं। उनकी शिकायत सुनी नहीं जा रही थी इसलिए इस्तीफा पत्र लेकर आए थे किन्तु मेरी शिकायतों को अब सुना जा रहा है इसलिए इस्तीफा फिलहाल देने का सवाल नहीं है। इस मामले में प्रभारी महामंत्री गैदू जी ने मीडिया को बताया कि केरकेट्टा ने अपनी बात रखी है। व्यक्ति विशेष से उनकी नाराजगी है, जिसे ठीक कर लेंगे, यह घर की बात हैै घर में सुलझा ली जाएगी।
ज्ञातव्य हो कि कल ही पाली ब्लाक कांग्रेस ने पाली-तानाखार विधानसभा हारने के कारणों की समीक्षा की थी, जिसमें ब्लाक अध्यक्ष यशवंतलाल ने कहा था कि केरकेट्टा के कारण क्षेत्र में एन्टीकंबेंसी पैदा हुई थी और यही हार का कारण था। समीक्षा बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों ने एक स्वर में कहा था कि भीतरघाती पूर्व विधायक मोहितराम केरकेट्टा जैसे आदमी का पार्टी में कोई स्थान नहीं होना चाहिए और उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर देना चाहिए। बैठक में केरकेट्टा को पार्टी से निष्कासित करने का प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित किया गया। इसके बाद केरकेट्टा ने पार्टी से निष्कासित करने के डर से पहले ही इस्तीफा दे दिया और बाद में वापस भी ले लिया।