कोरबा (आधार स्तंभ) : कोरबा जिले के सीमांत पाली विकासखंड में SECL कोरबा क्षेत्र की सरायपाली बुड़बुड़ परियोजना खदान खुलने के बाद से आपसी तनाव और खींचतान बढ़ता जा रहा है। बीच-बीच में इन मामलों और मुद्दों को आपसी समझौते से सुलझाया जाता रहा लेकिन मन ही मन में दबी चिंगारी मौके देख-देख कर भड़कने लगती है। कोयला ट्रांसपोर्ट में वर्चस्व कायम रखने की लड़ाई धीरे-धीरे बढ़ रही है और यह कब चरम पर पहुंच जाए, कहा नहीं जा सकता।
शुक्रवार को जिस तरह से अलग-अलग घटनाक्रम घटित हुए और सुबह के वक्त हुई छोटी सी घटना को शाम होते-होते तूल दिया गया और मारपीट कराई गई और फिर देर रात पाली थाना में लोगों का हुजूम पहुंच गया। पुलिस के बड़े अधिकारी ने पहुंच कर हालात को संभाला। घटनाक्रम से इस बात की आशंका बढ़ गई है कि समय रहते अगर पाली के हालात संभाले नहीं गए तो भविष्य में महत्वकांक्षी लोगों के द्वारा किसी बड़ी घटना को अंजाम दिया या दिलाया जा सकता है। प्रशासन के साथ-साथ भाजपा संगठन के नेताओं को भी इस पूरे मामले में मध्यस्थता करने की आवश्यकता है क्योंकि ट्रांसपोर्टरों के द्वारा कहीं ना कहीं अपने आका के रूप में क्षेत्र के भाजपा नेताओं को तवज्जो दी जाती है व जुड़े भी हैं।
कोयला ट्रांसपोर्ट के कारोबार से जुड़े दो अलग-अलग ग्रुप के लोगों (किन्तु विचारधारा में भाजपाई) के बीच बढ़ता तनाव क्षेत्र के अमन-चैन के लिए खतरा बनकर उभरने लगा है।
सुबह हुआ यह घटनाक्रम,की गई शिकायत
शुक्रवार को घटित घटनाक्रम कुछ इस प्रकार है कि ट्रांसपोर्टर अनूप जायसवाल उर्फ रोहित जायसवाल ने एक लिखित शिकायत पाली थाना में दर्ज कराया जिसमें उसने बताया है कि वह आज (शुक्रवार) सुबह अपने ट्रांसपोर्टिंग का कार्य हेतु सरायपाली खदान गया हुआ था जहां अपने परिचित धरमराज मरावी के साथ खड़े होकर बात कर रहा था तभी अचानक रोशन सिंह ठाकुर अपनी गाड़ी से खदान पहुंचा और उससे गाली गलौच करते हुए मारने लगा। इस दौरान उसके अन्य साथी दुर्गेश सिंह (लाला) ठाकुर, सुशांत सिंह, और एसीसीएल एल कर्मी गौरव ठाकुर भी गाली गलौच करते हुए छीना-झपटी करते हुए मारने की धमकी देने लगे। रोहित ने बताया कि वह 40% दिव्यांग है। उसे इनसे जान का खतरा है कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें।
शाम को हो गई मारपीट
इसी तरह दूसरे पक्ष से गौरव ने लिखित शिकायत थाना में दर्ज कराया। इसके बाद शाम के वक्त लाला ठाकुर (गौरव के सहयोगी) के साथ लोगों ने मारपीट को अंजाम दिया और फिर यह मामला थाना पहुंच गया। दुर्गेश सिंह ठाकुर ऊर्फ लाला ठाकुर पिता शंभू सिंह 38 साल निवासी छिंदपारा 22 नवम्बर को शाम 4:50 बजे अपने घर छिंदपारा से पाली बस स्टैंड अपने कार क्रमांक CG 10 BP 2142 से आ रहा था कि मनमोहन किराना दुकान के सामने रोहित जायसवाल, धरमु सवरा, रमेश डोंगरे एवं शुभम सारथी एवं उनके अन्य सभी लोग पहले खड़े होकर आने का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही मनमोहन किराना दुकान के पास अपने कार में पहुंचा तो रोहित जायसवाल अपने मोटर सायकल को कार के आगे अड़ा कर तथा सभी लोग सामने खड़े होकर रोके तथा लाला जब गाडी से उतर कर बोला तो गाली गुप्तार कर हाथ-मुक्के से एवं लात-घूंसे से मारे जिससे दाहिने गाल एवं दाहिने कान में गंभीर चोट आई है,कान से खून निकला। लड़ाई झगड़ा में डेढ़ लाख रुपये कीमती एप्पल का मोबाइल का नुकसान हुआ है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक एक हमलावर धरम आज से करीब 10 साल पूर्व प्रशिक्षु डीएसपी डॉ.झा के पाली थाना में प्रोबेशनल टीआई पदस्थ रहने के दौरान उनके ऊपर हाई स्कूल के सामने सामूहिक रूप से महिलाओं एवं उसके (धरम) द्वारा हमला किया गया था और आज भी केस कोर्ट में विचाराधीन है।
गोंगपा कार्यकर्ता से विवाद की अफवाह उड़ाई गई
इस बीच यह अफवाह भी उड़ाई गई कि भाजपा के लोगों ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के किसी कार्यकर्ता के साथ मारपीट किया है। जब बात बढ़ी तो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से जुड़े लोग भी थाना पहुंच गए लेकिन बाद में विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम से टेलिफोनिक चर्चा कर सारे हालातों को साफ किया गया, तब जाकर गलतफहमी दूर हुई।
इस तरह के घटनाक्रम को लेकर यह कहना गलत नहीं होगा कि पाली क्षेत्र में माहौल बिगाड़ने वालों की कमी नहीं है। स्थानीय पुलिस और प्रशासन को किसी भी शिकवा-शिकायत पर फूंक-फूंक कर जांच करने की आवश्यकता है तथा हालात को नियंत्रित करने के लिए जरूरी है कि वर्चस्व की इस लड़ाई को समय रहते रोक दिया जाए। निर्मित होते तनावपूर्ण हालात प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय पकड़ को प्रभावित करने वाले भी हो सकते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो यहां भाजपा की जमीन कमजोर होकर खिसक भी जाए क्योंकि पर्दे के पीछे उनके ही नाम आते हैं।