करतला(आधार स्तंभ) : एकीकृत महिला एवं बाल विकास परियोजना बरपाली का कारनामा। फर्जी मार्कशीट के आधार पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर की नियुक्ति। पात्र अभ्यर्थी कई महीनों से न्याय के लिए दर दर भटक रही।
ज्ञात हो कि पिछले वर्ष एकीकृत महिला एवं बाल विकास परियोजना बरपाली द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रिक्त पद पर भर्ती हेतु विज्ञप्ति जारी किया गया था। जिसमें करतला ब्लॉक बरपाली तहसील के अंतर्गत ग्राम भादा (कनकी) के रिक्त पद पर जानकी कुमारी पिता लैन दास की नियुक्ति की गई। जिस पर दूसरे स्थान पर रहे अभ्यर्थी बबली महंत पिता ईश्वर दास द्वारा जानकी कुमारी के 12वीं के मार्कशीट पर संदेह जाहिर करते हुए आपत्ति दर्ज किया गया था। किन्तु एकीकृत महिला एवं बाल विकास परियोजना बरपाली द्वारा बबली महंत के आपत्ति को नजरअंदाज करते हुए बिना जांच किये जानकी कुमारी को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भादा के पद पर नियुक्ति दे दी गई।
परियोजना अधिकारी बरपाली एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी करतला को लिखित शिकायत के बाद भी कार्यवाही तो दूर जांच की जरूरत भी नहीं समझा गया जबकि शिकायतकर्ता द्वारा मार्कशीट के फर्जी होने का पूरा प्रमाण संबंधित विभाग एवं अधिकारियों को उपलब्ध करा दिया गया था।
पूर्व की भर्ती के लिए प्रस्तुत मार्कशीट और वर्तमान भर्ती के लिए प्रस्तुत मार्कशीट के अंक व प्रतिशत में अंतर
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर नियुक्त महिला जानकी कुमारी द्वारा इसके पूर्व भर्ती के लिए विभाग को 12वीं की जो अंकसूची प्रस्तुत की गई थी उसमें 48.8 प्रतिशत अंक उल्लेखित है जो कि छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल के अधिकारिक वेबसाइट से डाऊनलोड करने पर स्पष्ट होता है जबकि वर्तमान भर्ती में जो 12वीं की अंकसूची प्रस्तुत की गई है उसमें 87.6 प्रतिशत अंक दर्ज है। दोनों मार्कशीट में अंकों को फेरबदल कर प्रतिशत को बढ़ाया गया है बाकी सारा विवरण रोल नंबर, पंजीयन नंबर, परीक्षा सत्र, अंकसूची क्रमांक आदि समान है। इससे साफ साफ जाहिर होता है कि वर्तमान भर्ती में जो मार्कशीट प्रस्तुत किया गया है वो पूरी तरह फर्जी है।
न्याय पाने के लिए पात्र अभ्यर्थी दर दर भटकने पर मजबूर
जानकी कुमारी की मार्कशीट फर्जी होने के बाद भी उसकी नियुक्ति आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर हो गई और जो पात्र अभ्यर्थी है वो आज न्याय के लिए दर दर भटक रही है। एकीकृत महिला एवं बाल विकास परियोजना बरपाली एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी करतला में बबली महंत द्वारा लिखित शिकायत के बाद भी इस प्रकरण पर किसी तरह की कार्यवाही नहीं की गई है। अंतत अब बबली महंत द्वारा जिला कलेक्टर कोरबा को सारी जानकारी देते हुए उचित कार्यवाही की मांग की गई है।