रायगढ़ (आधार स्तंभ) : छत्तीसगढ़ में बर्ड फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए कलेक्टर ने देर रात अधिकारियों की आपातकालीन बैठक लेकर स्थिति नियंत्रित करने के लिए रणनीति बनाई है। इस दौरान पोल्ट्री फार्म की सारी मुर्गी, चूजों व अंडों को नष्ट कर दिया गया है।
पशुपालन विभाग, नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पूरी रात चलाया अभियान घोषित किया गया है। इसके अलावा, बर्ड फ्लू की स्थिति में 1 किमी संक्रमित जोन में कुक्कुट, अंडे एवं कुक्कुट आहार की आवाजाही पूर्णतः प्रतिबंधित होगी। संक्रमित जोन में कुक्कुट पक्षियों, अंडो एवं कुक्कुट आहार का विनष्टीकरण किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के डीआईओ डॉ. भानु पटेल ने बताया कि बर्ड फ्लू वायरस मुख्यतरू पक्षियों और जानवरों में फैलता है। भारत में बर्ड फ्लू वायरस के एक से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण के मामले नहीं देखे गए हैं। हालांकि इसके लक्षण और संक्रमण के जोखिमों को लेकर सभी लोगों को निरंतर सावधानी बरतते रहने की आवश्यकता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, बर्ड फ्लू के अधिकतर लक्षण इंफ्लूएंजा की तरह ही दिखते हैं। इसकी समय रहते पहचान जरूरी है। डॉ. भानु पटेल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा संक्रमण स्थल पोल्ट्री फार्म के एक किमी के दायरे में डोर टू डोर सर्वे कर स्वास्थ्य जांच की जाएगी। जिससे फ्लू के लक्षण वाले लोगों को एहतियाती उपचार दिया जा सके। इसके साथ ही लोगों को बुखार जैसे लक्षणों को लेकर सतर्क रहने और लक्षण आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर समय से उपचार कराने की अपील की गई है।