कवर्धा (आधार स्तंभ) : जिला कलेक्टर गोपाल वर्मा के निर्देशन और जिला कार्यक्रम अधिकारी आनंद तिवारी के मार्गदर्शन में, महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त टीम ने जिला बाल संरक्षण अधिकारी सत्यनारायण राठौर के नेतृत्व में रेस्क्यू अभियान चलाया।
भिक्षावृत्ति में लिप्त दो बच्चों को दिलाया आश्रय
संयुक्त टीम ने अभियान के दौरान दो बच्चों को भिक्षावृत्ति करते पाया। इन्हें रेस्क्यू कर शासकीय बालगृह में अस्थायी आश्रय प्रदान किया गया। टीम ने बच्चों को सुरक्षित जीवन और पुनर्वास के लिए आवश्यक परामर्श एवं सहायता की व्यवस्था की।
यह अभियान किशोर न्याय (बच्चों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2015 एवं लैंगिक अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम 2012 के तहत चलाया गया। अभियान के तहत अम्बेडकर चौक, महामाया मंदिर, जनपद पंचायत के पास चौपाटी, लोहारा नाका, बस स्टैंड और कवर्धा शहर के अन्य स्थानों पर बच्चों की स्थिति का सर्वेक्षण और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अभियान में संरक्षण अधिकारी (गैर संस्थागत) राजाराम चंद्रवंशी, सामाजिक कार्यकर्ता परमेश्वरी धुर्वे, चाइल्ड हेल्पलाइन परियोजना समन्वयक महेश कुमार निर्मलकर, आउटरीच वर्कर्स नीतिन किशोरी वर्मा, श्यामा धुर्वे, विनय जंघेल, और सुपरवाइजर रामलाल पटेल, शारदा निर्मलकर, आरती यादव ने सक्रिय भूमिका निभाई।