दुर्ग(आधार स्तम्भ) : छत्तीसगढ़ विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है, लेकिन अब भी अंधविश्वास की जकड़ से प्रदेश खुद को मुक्त नहीं कर पा रहा है, अंधविश्वास का एक और दिल दहला देने वाला मामला दुर्ग जिले से सामने आ रहा है, यहां एक पोते ने अपनी दादी को त्रिशूल से मार कर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी और दादी के ही खून से भगवान शिव का अभिषेक कर दिया।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है। मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है। जानकारी के अनुसार दादी रुक्मणी गोस्वामी और उसका पोता गोविंद गोस्वामी अकेले ही एक साथ घर में रहते थे, कल शनिवार देर शाम होते-होते पोता गोविंद गोस्वामी अपनी दादी के पास पहुंचा, अच्छे से बातचीत की और उसके बाद त्रिशूल उठाकर दादी के ऊपर ताबड़तोड़ प्रहार कर दिया।
जिससे मौके पर ही दादी रुक्मणि गोस्वामी की मौत हो गई, उसके बाद दादी के रक्त को लेकर वह शिव मंदिर पहुंचा, जहां जाकर शिवलिंग के ऊपर उसी रक्त से अभिषेक कर दिया और उसके बाद रक्त कम पड़ने पर रक्त निकालने के लिए गोविंद ने इस त्रिशूल से खुद को भी चोट पहुंचाने की कोशिश की, सूचना मिलते ही तत्काल नंदिनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत में ले लिया। फिलहाल आरोपी को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
जहां उसका इलाज जारी है, तो वहीं पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना शुरू कर दी है, पुलिस के द्वारा पड़ोस के लोगों से गोविंद गोस्वामी के मानसिक स्थिति को लेकर भी पूछताछ की जा रही है।वहीं नंदिनी टी आई मनीष शर्मा ने कहा कि पोते ने दादी की त्रिशूल से मार कर हत्या कर दी उसके बाद शिवलिंग पर खून चढ़ाया है, आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है और आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है कि आरोपी की मानसिक स्थिति ठीक है कि नहीं।