अब SECL मृतक के पुत्र को नहीं दे रहा अनुकम्पा नौकरी

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कोरबा(आधार स्तंभ) : SECL कोरबा क्षेत्र के उप परियोजना सुराकछार के 3-4 नंबर खदान में 27 नवंबर.2021 को रात्रि पाली में लगभग 3.30 बजे प्रबंधन की घोर लापरवाही के चलते प्राण घातक दुर्घटना घटी। ड्रिलर स्व. राम चरण की मौके पर मौत हो गई। इस मामले में प्रबंधन ने अपने आपको बचाने के लिए विरेंद्र कुमार पटेल, वरिष्ठ ओव्हरमेन जो कि वैधानिक स्वीकृत से छुट्टी लेकर बाहर गया था, उसे एसोसिएशन के एक पदाधिकारी से मिलीभगत करके फंसा दिया था। इसमें सबसे गम्भीर बात यह है कि सुराकछार प्रबंधन ने उच्च अधिकारियों से गठजोड़ कर जांच करवाई को एकतरफा प्रभावित करके विरेंद्र कुमार पटेल को दुर्घटना का दोषी बना दिया जबकि वीरेंद्र कुमार पटेल ड्यूटी पर था ही नहीं, वह छुट्टी पर गया था।

इस संबंध में एटक के कार्यवाहक अध्यक्ष दीपेश मिश्रा ने बताया कि सिर्फ प्रबंधन की लापरवाही के चलते ही स्व. रामचरण की मौत हो गई जिसमें सबसे गंभीर बात यह है कि प्रबंधन ने अभी तक राम चरण के आश्रित को सही कागजात प्रस्तुत नहीं करने का बहाना बनाकर आश्रित रोजगार नहीं दिया है। जान बूझकर स्व.राम चरण के सेवा अभिलेख में पुत्र का नाम दर्ज नहीं है, कहते हुए आश्रित रोजगार से पूरी तरह वंचित कर दिया है जो कि प्रबंधन की अमानवीय हरकत है। प्रबंधन के इस कृत्य की एटक श्रम संगठन निंदा करता है।

 घटना की न्यायिक जांच और आश्रित को नौकरी की मांग

दीपेश मिश्रा ने कोरबा महाप्रबंधक से मांग किया है कि इस घटना की फिर से निष्पक्ष न्यायिक जांच कराई जाए तथा दुर्घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही किया जाए। इसके साथ ही राम चरण के पुत्र को आश्रित रोजगार के तहत बैक डेट से नियुक्ति पत्र मुहैया किया जाए क्योंकि स्व.रामचरण का पूरा परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है। दीपेश मिश्रा ने कहा है कि 15 दिन के अंदर नियुक्ति पत्र दिया जाए अन्यथा एटक संगठन सीधी कार्यवाही करने के लिए बाध्य होगा।

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