रिपोर्ट : सरोज रात्रे 7999737507
कोरबा (आधार स्तम्भ) : कोरबा कलेक्टर संजीव झा ने गत मंगलवार को समीक्षा बैठक में खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन के रोकथाम के लिए गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक ली। उन्होंने बैठक में जिले में खनिजों के अवैध खनन, परिवहन एवं भंडारण पर कार्रवाई की जानकारी के साथ ही टास्क फोर्स समिति के सदस्यों को अपने-अपने क्षेत्रों में खनिज के अवैध उत्खनन, परिवहन, भंडारण पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। किंतु ग्रामीण क्षेत्रों में रेत का अवैध उत्खनन परिवहन जोरों शोरों से चल रहा है। कलेक्टर के निर्देशों का पालन ग्रामीण क्षेत्रों में होता नहीं दिखाई दे रहा है।
ज्ञात हो कि कुछ माह पहले मुख्यमंत्री द्वारा रेत के अवैध खनन एवं परिवहन के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। मुख्यमंत्री के निर्देश मिलते ही कोरबा पुलिस और खनिज विभाग द्वारा कुछ दिनों तक अवैध उत्खनन और परिवहन पर ताड़बतोड़ कार्यवाही किया गया। किन्तु अब लग रहा मुख्यमंत्री के आदेश का खौफ विभाग में नहीं रहा। मंगलवार को कोरबा कलेक्टर के निर्देश का भी असर होता नहीं दिख रहा। बल्कि अब स्थिति यह आ गई है कि रेत माफिया अधिकारियों के संरक्षण में बेखौफ होकर नदी से रेत का अवैध रूप से खनन एवं परिवहन कर मोटी कमाई कर रहे है और अपनी कमाई का एक हिस्सा संबंधित थाने में पहुँचा रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला करतला थाना क्षेत्र के कलगामार पंचायत के तराईमार में देखने को मिला। तराईमार के मांड नदी से रेत का अवैध परिवहन बेखौफ जारी है। रोजाना लगभग सैकडों ट्रिप रेत का अवैध उत्खनन, परिवहन बिना रायल्टी के माण्ड नदी से किया जाता है।जिसकी कमाई का एक मोटा हिस्सा करतला थाना प्रभारी को भी जाता है। जिससे रेत माफियाओं द्वारा बेखौफ होकर अवैध परिवहन लगातार जारी है।
अवैध परिवहन करने वाले ट्रेक्टर मालिक का कहना है कि हमारे द्वारा प्रति ट्रैक्टर की दर से करतला थाने में एक निश्चित राशि प्रति माह पहुँचाई जाती है। जिसके एवज में हमारे द्वारा रेत का बिना रायल्टी के परिवहन किया जाता है।
इन सबसे लगता है कि रेत माफियाओं को न ही कलेक्टर और न ही मुख्यमंत्री के आदेशों की परवाह है क्योंकि क्षेत्र के थाना प्रभारी का उनको संरक्षण प्राप्त है। थाना प्रभारी के संरक्षण में वे बेख़ौफ़ होकर अपना अवैध परिवहन लगातार जारी रखे हुए हैं।