कोरबा (आधार स्तंभ) : देश का कोयला उत्पादन अप्रैल से 25 अगस्त के दौरान 7.12 प्रतिशत बढक़र 370.67 मिलियन टन हो गया। मंगलवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।पिछले वर्ष इसी अवधि में कोयला उत्पादन 346.02 मीट्रिक टन था।कोयला मंत्रालय ने 25 अगस्त 2024 तक समग्र कोयला उत्पादन में बढ़ोतरी हासिल की है। 25 अगस्त 2024 तक 2024-25 के लिए संचयी कोयला उत्पादन वित्त वर्ष 2023-24 की इसी अवधि के दौरान 346.02 मीट्रिक टन की तुलना में उल्लेखनीय रूप से बढक़र 370.67 मीट्रिक टन हो गया है।चालू वित्त वर्ष में 25 अगस्त, 2024 तक कुल कोयला प्रेषण 397.06 मीट्रिक टन था, जो वर्ष-दर-वर्ष 5.48 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करता है।
विद्युत क्षेत्र को कोयला प्रेषण एक वर्ष पूर्व की समान अवधि के 313.44 मीट्रिक टन से बढक़र 325.97 मीट्रिक टन हो गया।बयान में कहा गया, इससे विद्युत क्षेत्र की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कोयले की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित होगी।खदानों, ताप विद्युत संयंत्रों और पारगमन में पिटहेड्स सहित कुल कोयला स्टॉक की स्थिति 25 अगस्त, 2024 तक 121.57 मीट्रिक टन तक पहुंच गई। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि में 89.28 मीट्रिक टन के स्टॉक की तुलना में 36.2 प्रतिशत की पर्याप्त वृद्धि दर्शाता है। बयान में कहा गया है, कोयला स्टॉक की यह उच्च स्थिति कोयला मंत्रालय की कोयले की पर्याप्त आपूर्ति बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उत्पादन, प्रेषण और स्टॉक के स्तर में निरंतर वृद्धि, देश के ऊर्जा सुरक्षा लक्ष्यों का समर्थन करते हुए विश्वसनीय ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करने के मंत्रालय के प्रयासों को रेखांकित करती है।