कोरबा(आधार स्तंभ) : पढ़े- लिखे अधिकतर युवा वर्ग शासकीय नौकरी की तलाश अथवा खासे वेतन वाले कार्यों को चुनते है, लेकिन युवा एवं ग्रेजुएट मुकेश ने सेवा के लिए राजनीति को चुना और बन गए नुनेरा के सरपंच। जहां पूर्व सरपंच के कार्यकाल में अधूरे छूटे कार्यों को पूर्ण कराने के साथ ग्राम विकास और शासन की विभिन्न योजनाओं का गांव की जनता को लाभ दिलाया तो ग्राम के दर्जनों युवाओं को कम्प्यूटर, इलेक्ट्रिशियन, सिलाई प्रशिक्षण दिला उन्हें भी आत्मनिर्भर बनाया। आज नुनेरा आदर्श ग्राम पंचायत है जो युवा सरपंच द्वारा कराए गए विकास कार्यो, उनकी सोच और सफलता की कहानी खुद कह रही है।
ग्रामीण विकास और युवाओं का युवाओं के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा क्या होता है, यह देखना हो तो पाली ब्लाक अंतर्गत नुनेरा ग्राम पंचायत के युवा एवं ग्रेजुएट सरपंच मुकेश श्रोते के वर्तमान साढ़े चार साल के कार्यकाल में ग्राम पंचायत की तस्वीर और पंचायत में आये बदलावों से देखा जा सकता है। सरपंच मुकेश ने ग्राम के 18 से 28 वर्ष के दर्जनों होनहार युवाओं को कौशल विकास योजना के तहत इलेक्ट्रिशियन, कम्प्यूटर व सिलाई का प्रशिक्षण दिलाया। प्रशिक्षण प्राप्त जहां के युवा स्वयं के कार्य स्थापित कर आत्मनिर्भरता की ओर अग्रेषित हो रहे है। सरपंच मुकेश ने पूर्व सरपंच के कार्यकाल में अधूरे पड़े हुए निर्माण को पूरा किया, जिसमे गत 2012- 13 में स्वीकृत 5 लाख के सामुदायिक भवन व 2 लाख के मंच सहित अन्य अपूर्ण कार्य को पूर्ण कराने के साथ ही साथ गांव के विकास में सीसी रोड, नाली, पुलिया, सामुदायिक भवन, पचरी, स्ट्रीट लाइट, पेयजल व्यवस्था सहित अन्य मूलभूत जरूरतों का ग्रामीणों तक लाभ देते हुए शानदार काम किये है। अब गांव के बदलाव को देखकर हर कोई युवा सरपंच की तारीफ करता है।
सरपंच मुकेश का कहना है कि ग्रेजुएट होने बाद वे नौकरी की तलाश में थे, लेकिन तब विकास में पिछड़े गांव के नजारे देखकर उसे हीन भावना महसूस होती थी। इसलिए उसने नौकरी की तलाश छोड़ 2020 में अपने गांव में सरपंच चुनाव लड़ने का निर्णय लिया तो गांव के युवाओं के साथ हर तबके का उसे सहयोग मिला और रिकार्ड मतो से जीत दर्ज कर वे सरपंच निर्वाचित हो गए। सरपंच बनने के साथ ही पहले का दो साल तो कोरोना काल के रूप में बीता। जिसके बाद ग्राम विकास के नए आयाम स्थापित करने की शुरुआत हुई और ग्रामीण जनता के सहयोग से गांव की सूरत बदलते हुए नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयत्न सिद्धकारक साबित होता चला आया है। ग्रामीणों का भी मानना है कि सरपंच के युवा सोच की कल्पना ने ग्राम का विकास नए अंदाज से कर दिखाया। लगभग 5000 की जनसंख्या एवं 3490 मतदाता तथा 20 वार्ड वाले इस ग्राम के सरपंच ने गांव के करीब तीन सौ पात्र हितग्राहियों को राशनकार्ड तथा 50 जरूरतमंदों को पेंशन योजना का लाभ दिलाया है, जहां वर्तमान में यहां 1069 राशन कार्डधारी व 200 पेंशन प्राप्त हितग्राही है।
साढ़े चार वर्ष में किये गए विकास कार्यों एवं राशि का विवरण
सरपंच मुकेश श्रोते ने अपने वर्तमान के साढ़े चार साल में ग्राम के लिए कराए गए विकास कार्यों का विवरण बताया जिसमे:-
10 स्थानों पर बोर खनन कर सबमर्सिबल व सिन्टेक्स स्थापित- 8.50 लाख.
15 हेण्डपम्प में सबमर्सिबल एवं सिन्टेक्स स्थापना- 8 लाख.
08 शासकीय भवनों में रनिंग वाटर सिस्टम- 4.50 लाख.
10 मोहल्लों में सी.सी. सड़क निर्माण- 1.35 करोड़.
01 वार्ड में नाली निर्माण- 3 लाख.
06 तालाब में पचरी- 9 लाख.
02 रिटर्निंग वाल- 20 लाख.
01 पुलिया निर्माण- 10 लाख.
03 अहाता निर्माण- 9 लाख.
01 सामुदायिक भवन- 10 लाख.
50 घरों में व्यक्तिगत शौचालय- 6 लाख.
01 सामुदायिक शौचालय- 3.50 लाख.
चौंक- चौराहों में हाई मास्क लाइट एवं गली- मोहल्लों में स्ट्रीट लाइट- 15लाख.
मरम्मत के कार्य- 50 हजार.
मनरेगा के तहत कराए गए कार्य
03 स्थानों पर पुलिया निर्माण- 30 लाख.
01 अमृत सरोवर (तालाब) निर्माण- 20 लाख.
08 स्थानों पर डबरी निर्माण- 30 लाख.
04 कुंआ निर्माण- 4.50 लाख.
20 किसानों की भूमि का समतलीकरण- 12 लाख.
प्रगतिशील कार्य:- 02 आंगनबाड़ी भवन निर्माण- 16 लाख.
स्वास्थ्य केंद्र के विस्तार एवं राशन दुकान व नवीन पंचायत भवन की मांग
सरपंच मुकेश ने बताया कि उनके पंचायत में संचालित उचित मूल्य की दुकान का भवन अत्यंत जर्जर है। वही पंचायत भवन कार्यालय भी पूर्व के निर्मित सामुदायिक भवन में संचालित हो रहा है। जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है। वहीं ग्रामीणों ने यहां संचालित स्वास्थ्य केंद्र के विस्तार के साथ एक एम्बुलेंस सुविधा की मांग की है। गांव वालों का कहना है कि आसपास ग्राम- बसीबार, उड़ता, रंगोले, पुटा, धौराभाठा, सेन्द्रीपाली, गोकनई सहित अनेको ग्राम के ग्रामीण नुनेरा स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर है, जहां उन्हें जरूरत के हिसाब से स्वास्थ्य सेवा उपचार का लाभ नही मिल पाता, तब उन्हें उचित उपचार के लिए बाहर का रुख करना पड़ता है। ऐसे में उनके ग्राम में संचालित स्वास्थ्य केंद्र में पर्याप्त उपचार सुविधा, चिकित्सक और एम्बुलेंस की सेवा आवश्यक है। सरपंच व ग्रामीणों ने नवीन पंचायत भवन, राशन दुकान व स्वास्थ्य केंद्र के विस्तार की मांग को लेकर अपेक्षा शासन- प्रशासन से किया है।