पत्रकार का ठेला भू-माफिया ने तुड़वाया,रेंजर दहायत का संरक्षण…?

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कोरबा(आधार स्तंभ) :  वन विभाग के पसान रेंजर रामनिवास दहायत के संरक्षण में वन भूमि पर अवैध रूप स्व काबिज हो रहे भू माफिया ने चालीस वर्षों से ठेला का संचालन कर रहे क्षेत्रीय वरिष्ठ पत्रकार की जीविका का साधन ठेला को उठाकर फेंकवा दिया है इसकी शिकायत पीड़ित और व्यथित प्रताप चंद साहू ने पसान थाना प्रभारी से की है।

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पसान निवासी प्रताप चंद्र साहू देश व प्रदेश के दो बड़े दैनिक समाचार पत्र के वर्षों से संवाददाता व क्षेत्रीय पत्रकार हैं। उन्होंने शिकायत में बताया है कि वह बस स्टैंड में विगत 40 वर्षों से पान ठेला का संचालन करते आ रहा है, जिसे 1 नवंबर को दिलीप साहू द्वारा बिना उसकी अनुमति के हटवा दिया गया। ऊपर के टीन शेड को उखड़वा दिया गया है। नीचे लगे लोहे के चार पाया को भी कटवा दिया है जिससे उसको भारी आर्थिक नुकसान हुआ है और उसका रोजगार भी छिन गया है। पान ठेला को हटवाने के बाद वहां लकड़ियों का ढेर लगा दिया गया है। पीड़ित ने बताया कि इससे पूर्व दो बार उसके ठेला में आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया है। उसने ठेला को पूर्व जगह में स्थापित कराने की मांग टीआई से की है।

रेंजर की मिलीभगत,वन विभाग की संपत्ति पर अवैध निर्माण

गौरतलब है की उक्त मामले में पूर्व में ही डीएफओ को आवेदन के माध्यम से बताया जा चुका है कि पसान वन परिक्षेत्र अंतर्गत वन विभाग के आवासीय परिसर खसरा नं. 181/2 रकबा 0.2020 हेक्टेयर भूमि जो कि रिकार्ड में डीएफओ नार्थ वन मंडल अधिकारी बिलासपुर के नाम पर दर्ज है, जिस पर पसान वन विभाग का आवासीय परिसर है भवन निर्मित है, उक्त वन भूमि पर पसान के भूमाफिया दिलीप साहू के द्वारा 180/3, एवं 180/5 खसरा नंबर भूमि का फर्जी पट्टा दिखाकर वन भूमि पर अवैध कब्जा किया जा रहा है, जबकि 180 नंबर की भूमि भी बड़े झाड़ जंगल मद की भूमि है, उक्त भूमि को तत्कालिन तहसीलदार एवं अन्य राजस्व अधिकारियों से साठ गाठ कर फर्जी पट्टा बनवाकर बड़े झाड़ जंगल मद की भूमि एवम् वन भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है, उक्त मामले में वन परिक्षेत्र पसान के अधिकारियो और कर्मचारियों के द्वारा लीपापोती कर मामले को रफादफा किया जा रहा है

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