कोरबा,कोरबी-चोटिया(आधार स्तंभ) : जिले के कटघोरा वन मंडल में पिछले एक सप्ताह से बाघ की दहशत में रह रहे प्रभावित ग्राम के लोगों का डर थमा नहीं है। लगातार विभागीय अधिकारियों की संवादहीनता के मध्य अब जाकर वन कर्मियों ने स्पष्ट किया है कि बाघ नहीं बाघिन का लगातार पसान एवं केंद्ई रेंज में विचरण हो रहा है।
वह भोजन की तलाश में मवेशियों को नुक्सान पहुंचा रही है, जिससे क्षेत्र में दहशत व्याप्त है। विभागीय विश्वास सूत्रों के अनुसार बाघिन के अचानकमार के जंगल से भटक कर कटघोरा वन मंडल में प्रवेश करते ही वन विभाग ड्रोन कैमरे से ट्रैकिंग कर रहा है।
सूत्रों ने बताया कि 25 दिसंबर की बीते रात्रि में ग्राम सरमा में निवासरत बृजलाल के 1 बैल एवं रामनारायण कोयल के 1 गाय को बाघिन ने पंजे से वार कर घायल कर दिया। उसके पसान रेंज के सिंदुरगढ़ पहाड़ की ओर जाने खबर मिली है।
इधर पिछले कई दशक से हाथियों के आतंक ने ग्रामीणों का जीना मुश्किल कर दिया है। ऐतमा नगर रेंज के ग्राम सलिहाभांठा अंतर्गत पटोरवापारा निवासी छतर पाल पिता अमर सिंह मरपच्ची के घर को तबाह कर दिया, वहीं घर पर रखे 10 कट्टी धान को भी तितर-बितर कर दिया। बीती रात से ही एक नर हाथी क्षेत्र में विचरण कर रहा है। घटना के समय बच्चों के साथ परिजन घर पर ही मौजूद थे, संयोगवश कोई जनहानि नहीं हुई। वन विभाग भी हाथियों की निगरानी करने के अलावा खदेड़ पाने में असफल साबित हो रहा है।
उन्होंने विष्णुभोग धान की पैदावार की थी और मिसाई कर अपने घर में रखा हुआ था। भोजन कर रात में सभी सो रहे थे तभी घर को तोड़ने की आवाज सुनाई दी। भयभीत होकर सभी नींद से उठ गए और कुछ दूर चले गए। इस वक्त हाथी ने घर के अंदर रखे जरूरत की सामग्री एवं 10 कट्टी धान को बर्बाद कर दिया। किसी तरह परिजनों ने घर से निकलकर अपनी जान बचाई।