कोरबा(आधार स्तंभ) : संयुक्त कोयला मजदूर संघ (एटक) कोरबा क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव ने SECL कोरबा के महाप्रबंधक को पत्र लिखकर सराईपाली परियोजना (पाली) में किये जा रहे अनुशासनहीनता एवं गुंडागर्दी की शिकायत की है।
सचिव ने कहा है कि सराईपाली खदान में प्रारम्भ होने से आज तक कोल लिफ्टरों एवं ओबी तथा कोयले के उत्तखनन में कार्य करने वाले कॉन्ट्रैक्टर द्वारा यहाँ कार्यरत विभागीय कर्मचारियों एवं अधिकारियों के साथ लगातार अनुशासनहीनता, गुंडागर्दी, मारपीट, जान से मारने की कोशिश करना एवं जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है। चिंता का विषय यह है कि हर बार हर घटना में उपक्षेत्रीय प्रबंधक के द्वारा इनके विरुद्ध कोई भी कठोर कार्यवाही नहीं की जा रही है, बल्कि घटना के शिकार कर्मचारियों एवं अधिकारियों का आरोपियों के साथ समझौता करा लिया जाता है जिसके वजह से आरोपियों का मनोबल लगतार बढ़ते जा रहा है। अगर समय रहते इनके खिलाफ कोई कठोर कार्यवाही नहीं की गई तो कोई भी बड़ी अप्रिय घटना घट सकती है, अर्थात किसी की जान भी जा सकती है।
घटित घटनाओं का पत्र में जिक्र करते हुए कहा है कि सराईपाली परियोजना में जो भी उपक्षेत्रीय प्रबंधक व अभिषेक सिंह के कहे अनुसार गलत काम को नहीं करेगा उसके साथ ये लोग मारपीट करेंगें और प्रबंधन की ओर से सिर्फ, समझौता कराकर सब रफ-दफा करा दिया जाएगा। यहाँ बहुत ज्यादा डर एवं भय का वातावरण व्याप्त है, अतः महाप्रबंधक इन घटनाओं की जानकारी उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाएं, ताकि सराईपाली में हो रही इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए उचित प्रयास हो सके और कर्मचारियों की सुरक्षा हो सके नहीं तो भविष्य में हमें किसी अत्यंत ही अप्रिय घटना का सामना करना पड़ सकता है।
सैंपलिंग के नाम पर वसूली का भी लगा है आरोप
इधर दूसरी तरफ सरायपाली परियोजना में कोल एजेंटों के द्वारा यह भी आरोप लगाया जाता रहा है कि सैंपलिंग के नाम पर गाड़ियों को रोक कर उनके पास जप्त कर लेने के बाद वसूली का दबाव बनाया जाता है। सेंपलिंग फेल करने की धमकी देकर अपनी बात मनवाई जाती है और रुपए लिए जाते हैं। इसका विरोध करने पर विवाद की स्थिति निर्मित करते हुए अपने सरकारी अधिकारी होने का धौंस दिखाकर कोयला परिवहन में लगे लोगों को डराया और धमकाया जाता है व मामले में फंसाए जाते हैं।