कोरबा/पाली(आधार स्तंभ) :- स्थानीय तहसील एवं एसडीएम कार्यालय व आईटीआई तक जाने वाले नौकोनिया तालाब किनारे का मार्ग हादसे को न्योता दे रहा है। जहां बीते ग्रीष्मकालीन समय मे तालाब गहरीकरण के दौरान पानी निकासी के लिए मार्ग की खुदाई कर बनाए गए नाले को पाटने बाद निर्मित गड्ढे के कारण एक युवक की मौत होने के बाद भी जिम्मेदार इस ओर से बेपरवाह है।
पाली नगर पंचायत द्वारा बीते ग्रीष्मकालीन समय मे ऐतिहासिक शिवमंदिर के सामने स्थित नौकोनिया तालाब का गहरीकरण कार्य कराया गया। जिसके लिए तालाब का मेढ़ सह शासकीय संस्थानों तक पहुँचने वाले मार्ग का तीन स्थानों पर खुदाई कार्य किया गया था। गहरीकरण कार्य पश्चात खोदे गए स्थानों को तो पाट दिया गया लेकिन उन पर निर्मित जानलेवा गड्ढे इस मार्ग पर गुजरने वालों को मानों मौत का निमंत्रण दे रही है। जिस ओर किसी का ध्यान नहीं है। जबकि यह मार्ग तहसील एवं एसडीएम कार्यालय और आईटीआई जाने के लिए प्रमुख मार्ग है। जिसमे रोजाना सैकड़ो लोगों के साथ छात्र- छात्राओं का आना- जाना होता है। बीते दिनों पूर्व दोपहिया वाहन चालक एक युवक के निर्मित गड्ढे में अनियंत्रित हो गिरने से उसकी गर्दन टूटने के कारण मौत भी हो चुकी है। बावजूद इसके गड्ढों को पाटने जिम्मेदार जरूरी नही समझ रहे। वहीं स्थानीय राजस्व प्रशासन भी नागरिकों की समस्या से अनभिज्ञ अथवा अनदेखा कर रहा है।
उक्त मार्ग के गड्ढे ऐसे है जो बरसाती दिनों में और भी खतरनाक रहते है तथा जिससे गुजरना मतलब “जरा सी भी नजर हटी की दुर्घटना घटी” जैसे हालात निर्मित रहता है। नगर पंचायत द्वारा तालाब गहरीकरण और साफ- सफाई जैसे कार्य कराकर एक अच्छी पहल की गई, जिससे गंदगी से पटे नौकोनिया तालाब का स्वरूप तो निखरा किन्तु मार्ग के तीन स्थानों पर खोदे गए 12- 15 फीट गड्ढों को पाटने में ठेकेदार द्वारा की गई खानापूर्ति का कार्य अब जानलेवा साबित हो चला है। जो गड्ढे आने- जाने वालों को दुर्घटनाग्रस्त करते है। ऐसे में निर्मित गड्ढों के कारण हुए एक युवक की मौत व आगे हादसों में किसी नागरिक के आहत होने की स्थिति में जिम्मेदार कौन होगा?