बस्तर। अभिनेत्री सनी लियोनी के नाम पर फर्जी तरीके से फार्म भरने और एक युवक द्वारा राशि आहरण के मामले में राज्य सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। सरकार के निर्देश पर जिला कलेक्टर ने तालुर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वेदमती जोशी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। इसके अलावा दो कर्मचारियों को निलंबित किया गया और विभाग के एक पूर्व जिला कार्यक्रम अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस प्रकरण में वीरेंद्र जोशी नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जिसके खाता में पैसे आ रहे थे व जिसे फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है लेकिन वह खुद को निर्दोष बताता रहा।
0 कैफे संचालक की गिरफ्तारी से नया मोड़,उसने ही सब किया
इस बीच बस्तर पुलिस ने तहकीकात के दौरान एक और शख्स को गिरफ्तार किया जो सायबर कैफे का संचालक है। बस्तर थाना प्रभारी हर्ष धुंरधर के मुताबिक बस्तर नगर पंचायत में सायबर कैफे चलाने वाले नरेंद्र सेठिया को गिरफ्तार किया गया है। जब इस मामले की गहन जांच की गई तो पता चला कि योजना के तहत फार्म भरने और रजिस्ट्रेशन के लिए बस्तर स्थित सायबर कैफे के कंप्यूटर का उपयोग किया गया है। पूछताछ में नरेंद्र ने बताया कि उसने ही सनी लियोनी के नाम के दस्तावेज बनाये थे और उसने ही सारे डाक्यूमेंट योजना के लिए पोर्टल में अपलोड किये थे। दस्तावेज बनाने से लेकर पोर्टल में रजिस्ट्रेशन तक का काम उसने ही किया था। इस काम में पहले गिरफ्तार किये गये विरेंद्र कुमार जोशी की भागीदारी नहीं थी, लेकिन वीरेंद्र के बैंक खाते का उपयोग किया गया और पैसे वीरेंद्र के बैंक खाते में ही आ रहे थे,अब दोनों जेल में हैं।
0 कार्यकर्ता की बर्खास्तगी अनुचित,बहाल करें
इधर बर्खास्तगी की कार्रवाई के बाद बस्तर जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। उन्होंने वेदमती की बर्खास्तगी को अनुचित ठहराते हुए सवाल उठाए हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि महतारी वंदन योजना के तहत सभी फॉर्म ऑफलाइन भरे गए थे, जबकि सनी लियोनी के नाम वाला फॉर्म ऑनलाइन जमा किया गया था। जिन फार्म में कोई दिक्कत या सुधार की जरूरत थी,उस पर अधिकारियों के मार्गदर्शन में विभागीय पोर्टल में जाकर कार्य किया गया लेकिन इस फार्म को लेकर कोई समस्या आई ही नहीं तो फिर कार्यकर्ता के संज्ञान में भी कैसे आती यह गड़बड़ी,फिर उसने न तो ऑफलाइन फार्म जमा लिया और न ही ऑनलाइन भरा है,तो दोष कहां पर है कार्यकर्ता का…? यह हड़बड़ी में की गई कार्रवाई निरस्त होनी चाहिए।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के संगठन ने घोषणा की है कि यदि वेदमती की बहाली नहीं की गई तो बस्तर जिले के करीब 3500 आंगनबाड़ी केंद्र अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। जब तक बर्खास्त कार्यकर्ता को दोबारा नियुक्त नहीं किया जाता, उनका आंदोलन जारी रहेगा।