कोरबा। जिले के कुसमुंडा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गेवरा के किसानों ने एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी जताते हुए मुआवजा और नौकरी में हो रहे विलंब पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। ग्रामवासियों ने 4 जनवरी 2025 से अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है। इसके संबंध में उन्होंने प्रबंधन को पत्र लिखकर अपनी समस्याओं और मांगों को स्पष्ट किया है।
10 वर्षों से लंबित है प्रक्रिया
ग्रामवासियों ने बताया कि गेवरा गांव को एसईसीएल कुसमुंडा परियोजना द्वारा 13 मई 2014 को स्टे लगाया गया था और 18 जुलाई 2018 को जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की गई थी। लेकिन, यह प्रक्रिया आज तक पूरी नहीं हो सकी है। इसके चलते मुआवजा और नौकरी मिलने में भारी देरी हो रही है। किसान इसे प्रबंधन की उदासीनता और लापरवाही मान रहे हैं।
मुआवजा और नौकरी में देरी से किसानों में रोष
किसानों का कहना है कि जमीन अधिग्रहण के बाद मुआवजा और नौकरी देने में देरी के कारण कई युवा अपनी नौकरी की पात्रता की उम्र पार कर चुके हैं। इतना ही नहीं, कई किसान इस लंबी प्रक्रिया के कारण बीमारी और आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं। प्रबंधन की ओर से कोई समय सीमा तय नहीं की गई है, जिससे किसानों में भारी आक्रोश है।